जिस दिन मौन टूटा प्रलय का बुलावा खड़ा होगा तुम्हारे द्वार पर। जिस दिन मौन टूटा प्रलय का बुलावा खड़ा होगा तुम्हारे द्वार पर।
मैं प्रेम में हूँ मैं प्रेम में हूँ
साथ विरह, झगड़ा सुलह, सब बदलता रहेगा सब साथ छोड़ेंगे, बस साथ रहेगी तो आस। एक आस ही तो साथ विरह, झगड़ा सुलह, सब बदलता रहेगा सब साथ छोड़ेंगे, बस साथ रहेगी तो आस। ...
मेरी दुनिया में, मेरे सबसे करीब थे, मेरे मां-बाप। वो दोनों दिन-रात करते थे संघर मेरी दुनिया में, मेरे सबसे करीब थे, मेरे मां-बाप। वो दोनों दिन-रात...
अपने माँ बाप के बेहद करीब हूँ मैं खुदा का शुक्र है खुशनसीब हूँ मैं। कुछ बड़ा होकर- अपने माँ बाप के बेहद करीब हूँ मैं खुदा का शुक्र है खुशनसीब हूँ मैं। कु...
अब नहीं रुकेंगी यह जब तक है जान। अब नहीं रुकेंगी यह जब तक है जान।